Considerations To Know About Subconscious Mind
उसने कहा, "कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® मसीहा नहीं हो, जिनके चमतà¥à¤•à¤¾à¤° से अनà¥à¤§à¥‡ देखने लगते हैं और बहरों को सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¥€ देने लगता है?"
वह अपने दिल में विचारने लगा कि यह किसीकी हिमà¥à¤®à¤¤ है, जो महल के ऊपर चढ़कर इस तरह धामाके से पैरे रकà¥à¤–े! उसने à¤à¤°à¥‹à¤–ों से डांटकर कहा, 'कौन है?"
[इस तरह के शिकà¥à¤·à¤¾ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करने के योगà¥à¤¯ चिहà¥à¤¨ सब मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की दशा में विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ हैं, परनà¥à¤¤à¥ वे सांसारिक मोह में फंसे रहने के कारण इनपर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ नहीं देते। यह हृदय, जिसमें ईशà¥à¤µà¤°à¥€à¤¯ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ नहीं पहà¥à¤‚चता, नासà¥à¤¤à¤¿à¤• की आतà¥à¤®à¤¾ की तरह अनà¥à¤§à¤•à¤¾à¤°à¤®à¤¯ है। à¤à¤¸à¥‡ हृदय से तो कबà¥à¤° ही अचà¥à¤›à¥€ है।]
In truth, it has been examine by the most effective men and women on the earth than almost every other guide. That should say a little something....
तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कला अधिक पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ और अधिक शांत हो... "
हजरत मूसा बोला, "अचà¥à¤›à¤¾, ले आज से इन दोनों की बोली समà¤à¤¨à¥‡ का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ तà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो गया।"
[इबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥€à¤® का आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• गà¥à¤£ गà¥à¤ªà¥à¤¤ था और उसकी सूरत लोगों के सामने थी। लोग दाढ़ी और गà¥à¤¦à¤¡à¤¼à¥€ के अलावा और कà¥à¤¯à¤¾ देखते हैं?]१
"खà¥à¤¦à¤¾ के लिठअपनी तदबीर किसी और मौके के लिठन रख लीजिà¤à¥¤ मैं à¤à¤¸à¥‡ सब काम जानता हूं। सारे मेहमान हमसे खà¥à¤¶ होकर जाते है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम अपने अतिथियों जान के बराबर पà¥à¤¯à¤¾à¤° समà¤à¤¤à¥‡ हैं।"
यह कहकर उस चरवाहे ने कपड़े फाड़ डाले, à¤à¤• ठंडी सांस ली और जंगल में घà¥à¤¸à¤•à¤° गायब हो गया। Subconscious Mind Power इधर मूसा को आकाशावाणी सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¥€ दी, "ठमूसा! तूने हमारे बनà¥à¤¦à¥‡à¤•à¥‹ हमसे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ जà¥à¤¦à¤¾ कर दिया? तू संसार में मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को मिलाने आया है या अलग करने? जहां तक समà¥à¤à¤µ हो, जà¥à¤¦à¤¾ करने का इरादा न कर। हमने हर à¤à¤• आदमी का सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ अलग-अलग बनाया है और पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨-à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ की बोलियां दी हैं। जों बात इसके लिठअचà¥à¤›à¥€ है, वह तेर लिठबà¥à¤°à¥€ है। à¤à¤• बात इसके हक में शहद का असर रखती है और वही तेरे लिठविष का। जो इसके लिठपà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ है, वह तेरे लिठआग है। इसके हक में गà¥à¤²à¤¾à¤¬ का फूल और तेरे लिठकांटा हैं। हम पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾, अपवितà¥à¤°à¤¤à¤¾, कठोरता और कोमलता सबसे अलग हैं। मैंने इस सृषà¥à¤Ÿà¤¿ की रचना इसलिठनहीं की कि कोई लाठउठाऊं, बलà¥à¤•à¤¿ मेरा उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ तो केवल यह है कि संसार के लोगों पर अपनी शकà¥à¤¤à¤¿ और उपकार पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करà¥à¤—ं। इनके जाप और à¤à¤œà¤¨ से मैं कà¥à¤› पवितà¥à¤° नहीं हो जाता, बलà¥à¤•à¤¿ जो मोती इनके मà¥à¤‚ह से à¤à¤¡à¤¼à¤¤à¥‡ हैं, उनसे सà¥à¤µà¤¯à¤‚ ही इनकी आतà¥à¤®à¤¾ शà¥à¤¦à¥à¤§ होती है। हम किसीके वचन या पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ आचरणों को नहीं देखते। हम तो हà¥à¤¦à¤¯ के
"हजरत, आप चिनà¥à¤¤à¤¾ न कीजिà¤à¥¤ मेरा काम दूध की तरह सà¥à¤µà¤šà¥à¤› और बेलग होता है। मैं आपने काम में आपसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ होशियार हो गया हूं। à¤à¤²à¥‡-बà¥à¤°à¥‡ मेहमानों से वासà¥à¤¤à¤¾ पड़ा है। जिसे जैसा देखता हूं, वैसी ही उसकी सेवा करता हूं।"
"मियां, जरा खà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¾ à¤à¥€ फिर देना, और ठंड का मौसम है खचà¥à¤šà¤° की पीठपर à¤à¥‚ल à¤à¥€ डाल देना।"
इसलिठठमनà¥à¤·à¥à¤¯, तू अपने जीवन में इस बात को अचà¥à¤›à¥€ तरह समठजा कि परलोक में तेरा कà¥à¤¯à¤¾ परिणाम होगा और विदà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के जानने से अधिक तेरे लिठयह अचà¥à¤›à¤¾ है कि तू अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤ª को जाने]१
ऊंट को दया आयी और कहा, "अचà¥à¤›à¤¾, मेरे कोहान पर चढ़कर बैठजा। इस तरह आर-पार होना मेरा काम है। तà¥à¤ जैसे हजारों को नदी पार करा चà¥à¤•à¤¾ हूं।"
वह कहने लगा, "यह देखिठचोर के पैरों के निशान। वह दà¥à¤·à¥à¤Ÿ अवशà¥à¤¯ इस रासà¥à¤¤à¥‡ से à¤à¤¾à¤—कर गया है। यह खोज मॉजूद है। बस, इसीको देखते-à¤à¤¾à¤²à¤¤à¥‡ उसके पीछे चले जाओ।"